दक्षिण कोरिया के एक प्रमुख प्रदर्शनी आयोजक, इसांग नेटवर्क्स के नेतृत्व में एक समूह ने 20 वर्षों के लिए नई दिल्ली में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्जीबिशन सेंटर (आईआईसीसी) संचालित करने के लिए बोली जीती है, जिससे कोरियाई सीसीऑपरेटरों के लिए विदेशी बाजारों का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
कंपनी ने सोमवार को बताया कि किनटेक्स कन्वेंशन सेंटर के साथ उसके समूह नेजोकि कोरिया के सबसे बड़े कन्वेंशन सेंटर का संचालक है, को भारत सरकार द्वारा आईआईसीसी के संचालन हेतु बोली में अंतिम विजेता के तौर पर चुना गया है। कंपनी द्वारा परियोजना के लिए बोली लगाने के लिए किनटेक्स के साथ कंसोर्टियम के गठन के चार महीने बाद ही यह खबर आई है।अंतिम बोली जीतने के बाद, कंसोर्टियम घरेलू सम्मेलन प्रबंधन और परिचालन फर्मों के बीच एक विदेशी प्रदर्शनी केंद्र का पहला संचालक बन जाएगा।
पिछले सप्ताह, दो फर्म (आईआईसीसी और किनटेक्स) ने एक स्थानीय सहायक कंपनी – कनेक्सिन कन्वेंशन मैनेजमेंट की स्थापना की जो वर्ष 2020 से 20 वर्षों के लिए केंद्र को संचालित करने का प्रभारी रहेगा।
निर्माण के पहले चरण के अंतर्गत 300, 000 वर्गमीटर तक आईआईसीसी का विस्तार किया जा रहा है जिसमें अगले साल के अंत तक 60,000 वर्गमीटर का प्रदर्शनी हॉल और समान आकार के सम्मेलन केंद्र के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। दूसरे चरण में 180,000 वर्ग मीटर के शेष क्षेत्र का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा।
इसांग नेटवर्क्स के एक अधिकारी ने बताया कि '' " चीन, थाईलैंड, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया के बाद भारत पाँचवाँ एशियाई देश बन जाएगा जिसके पास 100,000 वर्ग मीटर से बड़ा एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र होगा, उन्होंने आगे कहा कि ''आईआईसीसी एशिया का चौथा सबसे बड़ा प्रदर्शनी केंद्र बन जाएगा।''
आईआईसीसीको विभिन्न आयोजनों और मेलों के आयोजन की उम्मीद है जो 1.3 अरब की आबादी के साथ दुनिया के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले देश को लक्षित करने के लिए आयोजित किए जाएंगे। यह केंद्र कोरियाई कंपनियों के लिए एक प्रवेश द्वार के रूप में भी काम कर सकता है, जो कार्यक्रम स्थल पर कार्यक्रम आयोजित करके भारत और व्यापक दक्षिण पश्चिम एशिया में प्रवेश करना चाहती हैं।
भारत दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और एशिया में प्रमुख आर्थिक केंद्रों में से एक के रूप में उभर रहा है;देश की राजधानी नई दिल्ली, देश की राजनीति, अर्थव्यवस्था और संस्कृति का दिल है और यहां प्रदर्शनियों की काफी मांग है।
आईआईसीसी इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा से केवल 10 किलोमीटर (6.2 मील) की दूरी पर स्थित होगी। पहुंच को बढ़ाने के लिएवर्ष 2020 तक आसपास के क्षेत्र में सब वे, रेलवे और राजमार्गों को जोड़ा जाएगा।
मंगलवार को कसडेक में सूचीबद्ध इसांग नेटवर्क्स में 1.96 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 10,000 वॉन पर बंद हुआ।